इक जंग चल रही है ख़ाली सड़कों पर भरे हस्पतालों में
अपने घर के अंदर बंद हुए उन दिलो में जो लड़ रहे है भविष्य के अनिश्चित होने से कोई लड़ रहा है भूख से तो कोई अकेलेपन से
विश्वास और एकता से हम तैयार है मनोबल से हम भरमार है
जीत तो हमारी ही है
बस उस सही वक़्त का इंतजार है
Bruhhhh that's so soothing to read .God bless all of us.